इंतजार
‘इंतजार’ विकास नैनवाल ‘अंजान’ एक कविता है। यह कविता उत्तरांचल पत्रिका के अक्टूबर 2020 अंक में प्रकाशित हुई थी।
इंतजार Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
‘इंतजार’ विकास नैनवाल ‘अंजान’ एक कविता है। यह कविता उत्तरांचल पत्रिका के अक्टूबर 2020 अंक में प्रकाशित हुई थी।
इंतजार Read Moreशब्द निकले मन के कोने से ऐसे चन्द्र बदरी से जैसे कभी दिखे कभी छुपे तड़पाये मुझे कुछ ऐसे नटखट शिशु हो जैसे शब्द निकले मन के कोने से ऐसे …
शब्द निकले/ मन के कोने से ऐसे/ चन्द्र बदरी से जैसे Read Moreहाइकु 1) विरह गीत गुनगुनाती है वो, वर्षा ऋतु में 2) सर्द रात्रि में, है गर्म रजाई सी, माँ तेरी याद 3) एक शाम थी तुम थी, मैं था और थी …
हाइकु #1 Read Moreपौड़ी कोहरे से झाँकती यह धूप दिलाती है याद मुझे तुम्हारी तुम भी तो आई हो जीवन में मेरे कुछ इसी तरह लेकर साथ अपने खुशी, उम्मीद और सुकून ©विकास …
कोहरे से झाँकती धूप Read MoreImage by Gerd Altmann from Pixabay # टैग में खोया @ में फँसा हुआ वो चाहता है बनाना अपना एक संसार फिर जब पाता है अकेला खुद को भीड़ में …
# टैग में खोया, @ में फँसा हुआ Read MoreImage by Holger Schué from ;Pixabay कलम रुक सी गयी है, स्याही सूख गयी है, शायद!! हर्फ उगते से लगते हैं कभी विचारों की टहनियों पर कोंपलों के जैसे फिर …
कोपल Read MoreImage by Prawny from Pixabay मेरा बेहतर नहीं मेरा बेहतर मेरे वाले को मानो नहीं मेरे वाले को जानो वह चिल्ला रहा है वह दहाड़ रहा है वह चिंघाड़ रहा …
मेरा बेहतर!! Read MoreImage by pasja1000 from Pixabay मैं मैं रहा, वो वो रही और हम बिछड़ गये, मैं हम हुआ वो वो रही दिल टूट गया मैं मैं रहा वो हम हुई …
मैं मैं रहा, वो वो रही Read Moreमेरे इश्क़ का सब हिसाब दे जा तू, बेवफा सही फक़त ख़िताब दे जा तू, आया दिसंबर, ठिठुर रहा हूँ मैं, गर्म साँसों का अपने अलाव दे जा तू, हो …
हिसाब दे जा तू Read MoreImage by Free-Photos from Pixabay चलना ही है मेरी नियति चलना ही है मेरी फितरत चाह कर भी नहीं पाता हूँ ठहर करता हूँ कोशिश तो धकेल देती है ज़िन्दगी मुझे आगे …
चलना Read More