अकेले हैं इधर, बुलाएँ हम किसको

अकेले हैं इधर, बुलाएँ हम किसको Image by Pam Patterson from Pixabay जी रहे हैं कैसे ये बताएँ हम किसको घाव अपने ये दिखाएँ हम किसको रात है काली, और दिखता कुछ …

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उग आया टहनियों पर, आफताब हो जैसे

उग आया टहनियों पर आफताब हो जैसे दिखता है वो, एक ख्वाब हो जैसे उग आया टहनियों पर,  आफताब हो जैसे आये छत पर, तो हो जाते खुश इस तरह …

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हो मुझसे अलग, यह तुम्हारा एक वहम है

  Image by Gerd Altmann from Pixabay हो मुझसे अलग, यह तुम्हारा एक वहम है, करोगे गौर तो पाओगे, फर्क बहुत कम है रंग,भाषा,देश,भेष हो भले ही जुदा-जुदा है खुशी …

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ज़ख्मो पर अपने मलहम लगाना सीख लिया

Image by Public Affairs from Pixabay ज़ख्मो पर अपने मलहम लगाना सीख लिया, गम में भी मैंने मुस्कराना सीख लिया रात स्याह हो तो हुआ क्या भला, बन जुगनू मैंने …

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इन फिजाओं में ये क्या पड़ा हुआ है,

Image by Free-Photos from Pixabay इन फिजाओं में ये क्या पड़ा हुआ है, क्यों नकाब हर चेहरे पर चढ़ा हुआ है, दफन करने पड़ते हैं सवाल भी हमें, ज़बाँ पर …

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हुआँ हुआँ वो देख हमे चिल्लाता है | ग़ज़ल | विकास नैनवाल 'अंजान'

हुआँ हुआँ वो देख हमे चिल्लाता है,

सोशल मीडिया में आजकल चिल्लाने का चलन बढ़ चुका है। कभी कभी अपनी फीड देखता हूँ तो हर कोई चिल्लाता ही मालूम होता है। ऐसा नहीं है कि एक ही …

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इंसा हूँ गिर गिर कर सम्भलता रहा हूँ | ग़ज़ल | विकास नैनवाल 'अंजान'

इंसा हूँ गिर गिर कर सम्भलता रहा हूँ

टूट टूट कर बार-बार मैं बनता रहा हूँ,इंसा हूँ गिर गिर कर सम्भलता रहा हूँ गमो के लिहाफ में लिपटी थी मेरी ज़िन्दगी,मैं गमों पर अपने बेसाख्ता, हँसता रहा हूँ …

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ग़मों की गठरी सीने में दबाकर लाया हूँ | ग़ज़ल | विकास नैनवाल 'अंजान'

लाया हूँ

ग़मों की गठरी सीने में दबाकर लाया हूँ,अश्कों को अपने,  तबस्सुम में छुपाकर लाया हूँ सुना, है बिकती इस जहाँ में हर एक चीज,सो जज़्बात अपने, मैं आज उठाकर लाया …

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