![संस्मरण: इसको तो खाना नहीं दूँगा](https://duibaat.com/wp-content/uploads/2024/06/Vegan-Indian-Aloo-Palak-Recipe-768x1164-1-348x215.jpg)
संस्मरण: ‘इसको तो खाना नहीं दूँगा’
बचपन में जब पॉपआई को पालक खाकर ब्लूटो को मारते हुए देखता तो मन में ये आता था कि पॉपआई पालक की जगह गोभी, मटर, या बैंगन खा लेता तो …
संस्मरण: ‘इसको तो खाना नहीं दूँगा’ Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
बचपन में जब पॉपआई को पालक खाकर ब्लूटो को मारते हुए देखता तो मन में ये आता था कि पॉपआई पालक की जगह गोभी, मटर, या बैंगन खा लेता तो …
संस्मरण: ‘इसको तो खाना नहीं दूँगा’ Read Moreयह कबकी बात है ये तो ठीक तरह से याद नहीं। मैं तो बब्बू भैया छोटे छोटे ही थे। मैं शायद चौथी पाँचवीं में रहा हूँ और भैया शायद दसवीं …
संस्मरण: प्याज की सब्जी और दो पपीते Read Moreकॉमिक बुक की बातें चली हैं तो पहली कॉमिक बुक खरीद की बात करनी भी बनती है। उन दिनों हमारे घर में सिलेब्स से इतर किताबें खरीदने के लिए …
मेरी पहली कॉमिक बुक खरीद Read Moreब्लॉगचेटर के A2 Z में मैं E तक बिना किसी गड़बड़ के पहुँच गया था। अब एक ऐसा लेख लिखना था जिसके शीर्षक में E हो। सच बताऊँ तो शीर्षक में …
Blogchatter A2Z 2024: E से एक अनोखी सजा Read Moreकई बार कुछ चीजें ऐसी हो जाती हैं कि आपको अपने बचपन की याद दिला देती हैं या उसके विषय में सोचने पर मजबूर कर देती हैं। अब हाल ही …
बसपन का प्यार थीं ये टॉफियाँ Read More‘दुबई गैंग’ लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक द्वारा रचित जीत सिंह शृंखला का बारहवाँ उपन्यास है। यह उपन्यास जल्द ही साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होगा। पेश है जीत सिंह मेरी …
संस्मरण: मिलना जीत सिंह से Read Moreहाल में ही पौड़ी अपने गृह कस्बे जाना हुआ तो लेखक मनोहर चमोली से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। लेखक मनोहर चमोली गढ़वाल के जाने माने लेखक हैं और बाल …
एक मुलाकात लेखक मनोहर चमोली जी से Read Moreतरह तरह के वीडियो गेम्स कहते हैं बातों से बात निकलती है। और कई बार लेखों से लेख निकल जाता है। आज अपनी दूसरी वेबसाईट में हाल ही में पढ़ी हुई एक …
संस्मरण: वीडियो गेम्स #1- हाथ वाले वीडियो गेम Read Moreआज पौड़ी से जुड़ा जो संस्मरण मैं साझा करने जा रहा हूँ वह थोडा अलग किस्म है। इसके लिए एक भूमिका आपको देनी जरूरी है। अगर आप दुईबात को पढ़ते …
संस्मरण पौड़ी के #3: खबेस उत्पत्ति कथा Read Moreइन खेतों को देखता हूँ तो इनसे जुड़ी कई यादें मन में ताज़ा हो जाती हैं। एक याद ऐसी भी जब आसमान से पत्थर बरसने लगे थे। यह सब हुआ …
संस्मरण पौड़ी के #2: और पत्थर बरसने लगे Read More