नेवर गो बैक – ली चाइल्ड | अनुवाद: विकास नैनवाल

नेवर गो बैक | ली चाइल्ड | अनुवाद: विकास नैनवाल

पुस्तक के विषय में

नेवर गो बैक (Never Go Back) लेखक ली चाइल्ड (Lee Child) के इसी नाम के उपन्यास का हिंदी अनुवाद है। यह जैक रीचर शृंखला (Jack Reacher Series) का 18वाँ उपन्यास है जो पहली बार 2013 में प्रकाशित हुआ था। इस उपन्यास की कहानी पर वर्ष 2016 में एक फिल्म का निर्माण हुआ था जिसमें टॉम क्रूज (Tom Cruise) ने रीचर का किरदार का निभाया था। 

नेवर गो बैक - ली चाइल्ड
नेवर गो बैक – ली चाइल्ड

कहानी

एक मुश्किल सफर के बाद पूर्व मिलिट्री कॉप जैक रीचर वर्जीनिया पहुँचता है । उसकी मंजिल थी 110वीं मिलिट्री पुलिस जो उसकी पुरानी यूनिट का हेडक्वार्टर था और उसे अपने घर से भी ज्यादा अजीज़ था ।

रीचर के पास यहाँ वापस आने की कोई खास वजह नहीं थी सिवाय इसके कि उसे नयी कमांडिंग ऑफिसर, मेजर सूज़न टर्नर की आवाज़ फोन पर काफी अच्छी लगी थी। लेकिन वह जब तक यहाँ पहुँचा सूज़न गायब हो चुकी थी । उसे किसी भारी गड़बड़ की आशंका होने लगी ।

आगे जो हुआ उसकी रीचर ने उम्मीद नहीं की थी । सोलह साल पहले हुई हत्या के आरोप के बावजूद उसे दोबारा आर्मी जॉइन करने का मौका मिल रहा था ।

क्या रीचर को वापस आने का पछतावा होगा या किसी और को रीचर के वापस आने का ?

पुस्तक विवरण

लेखक: ली चाइल्ड | पृष्ठ संख्या: 492 |  पुस्तक लिंक:सूरज पॉकेट बुक्ससाहित्य विमर्श प्रकाशनअमेज़न अनुवादक:विकास नैनवाल

पाठक मित्र और उनके पाठकीय विचार

‘नेवर गो बैक’ के अनुवाद  पर पाठकीय टिप्पणी लगातार मिल रही हैं। साथ ही पाठक मित्र अपनी प्रति के साथ अपनी तस्वीरें मुझसे साझा करते हैं। शुक्रिया आप सभी का जो आपने अपना बहुमूल्य समय इस पुस्तक को दिया।

अगर आपने भी ‘नेवर गो बैक’ का अनुवाद पढ़ा है तो आप भी अपनी प्रति के साथ अपनी फोटो मुझसे साझा कर सकते हैं। साथ ही अपने अच्छे-बुरे विचारों से मुझे अवगत करवा सकते हैं। मुझे उन विचारों को यहाँ स्थान देने में हार्दिक खुशी होगी। 

श्री हसन अलमास, अनुवादक ,दिल्ली 

श्री संजीव शर्मा, पुणे 

Very nicely translated book

ट्रान्सल्टेड बुक है, इसका अहसास तभी होता है जब कैरेक्टर्स के नाम पढ़ते है, वर्ना किताब पूरी तरह हिंदी में लिखी हुई ही लगती है।

आपने बहुत बढ़िया अनुवाद किया है जिसके लिए आप निःसंदेह बधाई के पात्र हैं।

कहानी के फ्लो को कहीं भी बोझिल नही होने दिया, जबकि कहानी में डिस्क्रिप्शन बहुत है छोटी छोटी बातों का, पर अच्छे अनुवाद ने बोर नही होने दिया।

विकास जी 5 में 5 नम्बर से पास हुए और अगली बुक्स का इंतजार रहेगा। 

– Sanjeev sharma, Amazon


श्री शोभित गुप्ता, रामपुर, उ प्र

श्री आशुतोष मिश्र, शिक्षक, आजमगढ़, उ प्र 

नेवर गो बैक

अनुवाद —विकास नैनवाल ‘अंजान’

बेहद ही तेज़ रफ़्तार उपन्यास……..  सूज़न टर्नर से मिलने आये जैक रीचर को ज़ब पता चलता है कि वो गायब है तो वह तथ्यों की गहराई में जाता है लेकिन जैसे ही अपनी जाँच में उतरता है, उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है………

कौन है….. रोमियो और जुलियट…… जो हमेशा ही रीचर और टर्नर पर निगाहेबान हैं…….. लैच, ट्रेसी एडमंड्स, सूलियन कौन हैं……… क्या सच में रीचर ने 16 साल पहले कोई क़त्ल किया था…….. क्या रीचर खुद को और टर्नर को, रोमियो और जुलियट से बचा पाया या उनका शिकार हो गया…….. ऐसे ही रोमांचक और दिल धड़का देने वाले सवालों के जबाब मिलेंगे…….#नेवर गो बैक…. में…… अंजान ज़ी ने बहुत बढ़िया अनुवाद किया है………. भविष्य के लिए शुभकामनायें। 

– आशुतोष मिश्र, via व्हाट्सप्प


श्री प्रदीप डावर, काशीपुर

श्री आबिद बैग, भोपाल

पुस्तक-“नेवर गो बैक”,
लेखक-ली चाइल्ड,
अनुवादक-विकास नैनवाल,
प्रकाशक-सूरज पाकेट बुक,

आशा है कि मित्रगण नम्बर वन बेस्ट सेलिंग लेखक ली चाइल्ड और उनके जैक रीचर सीरीज़ के प्रसिद्ध उपन्यासों से परिचित होंगे प्रस्तुत उपन्यास “नैवर गो बैक” उन्हीं में से एक है ।जब पता चला कि इसका हिंदी अनुवाद मित्र,लेखक एवं गुरुभाई विकास नैनवाल जी कर रहे हैं तो इनकी बहुर्मुखी प्रतिभा से परिचित होने के बाद भी कुछ शंकाएँ शेष थी । ख़ैर पुस्तक पढ़ी गई और शंकाएँ निर्मूल साबित हुई ।विकास जी से हिन्दी अनुवाद इस स्तर का शानदार हुआ है कि एक-आध स्थान पर अपवाद छोड़ दे तो कहीं यह अनुभव नहीं होता कि यह मूल रचना नहीं अपितु अनुवाद है । ❤️

एक उत्कृष्ट श्रेणी के अनुवाद के लिए नैनवाल जी को बहुत बहुत बधाई तथा आगामी प्रक्रम के लिए अग्रिम शुभकामनाएं रहेगी ।

आबिद बेग, फेसबुक


श्री अंकुर मिश्रा, लेखक: द ज़िंदगी, कॉमरेड, गंगापुत्र भीष्म, कानपुर

Good story, excellent translation

Novel was excellent, jack Reacher is my favourite, i had earlier read the novel in English but the translation by Vikas ji is so much gripping i never felt bored…. Many congratulations to writer waiting for next one

Ankur Mishra, Amazon