
ज़िन्दगी और कोडिंग
काशये ज़िन्दगी होती कोडिंग सी,होते कुछ लॉजिकन होती ये इतनी इलोजिकलहोते कुछ फंक्शनझट से लोड करते हम लाइब्रेरी और बुला लेते उन्हेंफट से करवा लेते काम जो भी चाहते उनसे काश ये …
ज़िन्दगी और कोडिंग Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
काशये ज़िन्दगी होती कोडिंग सी,होते कुछ लॉजिकन होती ये इतनी इलोजिकलहोते कुछ फंक्शनझट से लोड करते हम लाइब्रेरी और बुला लेते उन्हेंफट से करवा लेते काम जो भी चाहते उनसे काश ये …
ज़िन्दगी और कोडिंग Read Moreबुरा नहीं हैदर्द का होना,दिलाता है यहअहसासके तुम ज़िंदा हो,के है कुछ तो गलत,के है सुधार की उम्मीद,के काम करना है तुम्हे,के बदल रहा है कुछ बुरा नहीं हैदर्द का …
दर्द Read Moreकाम काज को धता बता रक्खा है,जनता को सरकार से खफा बता रक्खा है जमा के मजमा ज़माने भर कानेता ने खुद को खुदा बता रक्खा है, सी कर ज़बाँ …
बता रक्खा है | विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreघनघोर था अँधेरा, था चहूँ और सन्नाटा गहराआकाश पे उड़ते चमगादड़ जाने किसका दे रहे थे पहरा,आसमान में छाए थे बादल ,और हमें सुनाई दी कुछ हलचल , अभी खोया …
घनघोर था अँधेरा, था चहूँ ओर सन्नाटा गहरा Read Moreवो हँसा है जो मुझे दर्द ए दिल देकर ,खून बढ़ा उसका, मैं हूँ खुश बस यही सोचकर फ़िज़ाओं में जो ये खुशबू सी है आ बसी,क्या गुजरा था मेरा …
जोकर Read Moreबनता हूँ,बिगड़ता हूँ,टूटता हूँ,जुड़ता हूँ,बिखरता हूँ,सिमटता हूँ,इंसाँ हूँ,जीता जाता हूँ, सुख दुःखविरक्ति आसक्तिप्रेम घृणामहसूसता हूँइंसाँ हूँजीता जाता हूँ, शिकार हूँ,शिकारी भी,सिंह हूँ,हिरण भी,अच्छा हूँ,बुरा भी,कभी ये हूँ,कभी वो हूँइंसाँ हूँजीता …
इंसाँ हूँ Read Moreफिर से मिलेंगे हम,ये यकीं है मुझे,वो वक्त और मोड़,शायद कोई और होगा,चेहरे पर पड़ चुकी होंगी झुर्रिया,बालों से झाँकने लगेंगी रजत लटें, फिर से मिलेंगे हम,ये यकीं है मुझे,मैं ऐसे …
ये यकीं हैं मुझे Read Moreमैं ज़बाँ से कुछ न कहता होऊँ मगर,तू न सोच कि दिल में मेरे जज्बात नहीं, कहने को तो कह दूँ मैं हाल ए दिल,पर अभी सही वक्त और हालात …
मैं ज़बाँ से कुछ न कहता होऊँ मगर Read Moreकल ऑफिस से आ रहा था तो एक दोस्त की पोस्ट देखी। दोस्त का नाम अरुण यादव है। वो दिल्ली आया था और अब वापस जाते हुए उसने पोस्ट लिखी …
सीख लिया है Read More‘काश’,ये शब्द नहीं लाश है,उन इच्छाओं की,उस प्रेम की,उस टूटे रिश्ते की, जो डर, झिझक और अहम के चलते,न हो सके पूरे,न बन सके दोबारा, ऐसी लाशें,जिन्हें ढोना होता है …
काश!! Read More