नेह से भीगी हुई एक मुलाकात
सोशल मीडिया की दुनिया को आभासी दुनिया कहा जाता है लेकिन इस आभासी दुनिया ने मुझे कई ऐसे लोगों से भी मिलाया है जिनसे अगर मैं न मिलता तो शायद …
नेह से भीगी हुई एक मुलाकात Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
सोशल मीडिया की दुनिया को आभासी दुनिया कहा जाता है लेकिन इस आभासी दुनिया ने मुझे कई ऐसे लोगों से भी मिलाया है जिनसे अगर मैं न मिलता तो शायद …
नेह से भीगी हुई एक मुलाकात Read Moreवरिष्ठ लेखक योगेश मित्तल की पहली कविता व कहानी 1964 में कलकत्ता के सन्मार्ग में प्रकाशित हुई थी। तब से लेकर आजतक वह लेखन क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। कविता, …
गाँव चलूँगा…! | हिंदी कविता | योगेश मित्तल Read MoreImage by Papa Smurf from Pixabay वरिष्ठ लेखक योगेश मित्तल की पहली कविता व कहानी 1964 में कलकत्ता के सन्मार्ग में प्रकाशित हुई थी। तब से लेकर आजतक वह लेखन …
धरती माँ ने पकड़े कान | हिन्दी कविता | योगेश मित्तल Read MoreImage by Amol Sharma from Pixabay नोट: मुझे बुढ़िया के बाल हमेशा से ही पसंद रहे हैं। बचपन में भी यह पसंद आते थे और आज भी बहुत पसंद आते हैं। मुझे याद है …
बुढ़िया के बाल | हिन्दी कविता | बाल कविता Read MoreImage by GuHyeok Jeong from Pixabay सफलताएं और असफलताएं जीवन का हिस्सा हैं। जब हम कोई कार्य करते हैं तो यह बात तय होती है कि या तो हम उसमें …
असफलता का मतलब- जीवन का अन्त नहीं है ! – योगेश मित्तल Read Moreआज की दौड़ती भागती जिंदगी में जहाँ व्यक्ति के पास चैन से दो बातें करने के लिए वक्त नहीं हैं और वह अपनी असीमित इच्छाओं की पूर्ती के लिए लगातार …
तनाव से बचें!! – योगेश मित्तल Read MoreImage by Ke Hugo from Pixabay नोट: यह कविता मेरे जब मेरे जहन में आई थी तो उस वक्त मेरी नींद टूट ही रही थी। सुबह हो चुकी थी और कविता …
जगमग-जगमग जुगनू टिमटिमाते Read More