बस तुम्हारे लिए

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ये उम्मीद न रख
मुझसे कि मैं लिखूँगा कोई प्रेम गीत
जिसे  गाऊँगा मैं सबके सामने
अपने उन अहसासों को 
किसी महफ़िल में 
दूँगा मैं जबां 
जिन्हें महसूसा है मैंने,
तुम्हे देखने के बाद
मैं हूँ एक स्वार्थी प्रेमी,
और वो शब्द रहेंगे केवल हमारे,
मैं कहूँगा उन एहसासों सिर्फ तुम्हारे कान में,
ताकि मेरे साँसों की तपिश से तुम जान सको
कि वो केवल शब्द नहीं हैं
वो मेरे होने का सबूत है
जो है 
केवल तुम्हारे लिए
बस तुम्हारे लिए

© विकास नैनवाल ‘अंजान’

About विकास नैनवाल 'अंजान'

मैं एक लेखक और अनुवादक हूँ। फिलहाल हरियाणा के गुरुग्राम में रहता हूँ। मैं अधिकतर हिंदी में लिखता हूँ और अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद भी करता हूँ। मेरी पहली कहानी 'कुर्सीधार' उत्तरांचल पत्रिका में 2018 में प्रकाशित हुई थी। मैं मूलतः उत्तराखंड के पौड़ी नाम के कस्बे के रहने वाला हूँ। दुईबात इंटरनेट में मौजूद मेरा एक अपना छोटा सा कोना है जहाँ आप मेरी रचनाओं को पढ़ सकते हैं और मेरी प्रकाशित होने वाली रचनाओं के विषय में जान सकते हैं।

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0 Comments on “बस तुम्हारे लिए”

  1. मैं हूँ एक स्वार्थी प्रेमी,
    और वो शब्द रहेंगे केवल हमारे,
    मैं कहूँगा उन एहसासों सिर्फ तुम्हारे कान में,
    ताकि मेरे साँसों की तपिश से तुम जान सको
    वाह!!!!
    तुम्हारे लिए….बहुत खूबसूरत रचना।

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