
एक साक्षात्कार
आलोक कुमार पेशे से इंजीनियर हैं लेकिन पैशन से लेखक और अनुवादक हैं। उन्होंने ‘आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ’, ‘मिशन टू मार्स’, ‘द चिरकुटस’ जैसी रचनाएँ लिखी हैं और जर्नी टू …
एक साक्षात्कार Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
आलोक कुमार पेशे से इंजीनियर हैं लेकिन पैशन से लेखक और अनुवादक हैं। उन्होंने ‘आओ बच्चों तुम्हें सुनाएँ’, ‘मिशन टू मार्स’, ‘द चिरकुटस’ जैसी रचनाएँ लिखी हैं और जर्नी टू …
एक साक्षात्कार Read Moreयहाँ पर चीजों को अपडेट करने के मामले में मैं थोड़ा लेट लतीफ़ हूँ। यही कारण है कि वैसे तो मेरा दूसरा अनुवाद सूरज पॉकेट बुक्स से जनवरी में प्रकाशित …
अपडेट: सूरज पॉकेट बुक्स से मेरे द्वारा अनूदित दूसरा उपन्यास हुआ प्रकाशित Read MoreImage by brigachtal from Pixabay कल (8/7/2023) घर से निकला तो बारिश होकर थमी थी। किसी काम से बाहर जाना पड़ा तो मन में कुछ पंक्तियाँ आ गईं। बहुत दिनों …
हाइकु #4 Read Moreफीचर इमेज के विषय में: बरसात में पौड़ी का एक दृश्य। यह दृश्य कंडोलिया जाने के रास्ते का है। कहानी में कंडोलिया का जिक्र है। नीलम जासूस कार्यालय (Neelam Jasoos …
अपडेट: तहकीकात का चौथा अंक और एक कहानी Read Moreसोशल मीडिया की दुनिया को आभासी दुनिया कहा जाता है लेकिन इस आभासी दुनिया ने मुझे कई ऐसे लोगों से भी मिलाया है जिनसे अगर मैं न मिलता तो शायद …
नेह से भीगी हुई एक मुलाकात Read MoreI rarely write in English. I think this is my first peice in English in Duibaat and i hope it wouldn’t be the last. This short piece came as result …
The woman | Microfiction Read Moreनई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2023 फरवरी 25 से मार्च 5 2023 तक चला था। इस पोस्ट में मैं इस पुस्तक मेले के अनुभव आपके साथ साझा करूँगा।
नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2023 Read Moreवर्ष 2022 गुजर चुका है और वर्ष 2023 को आए हुए काफी समय भी बीत चुका है। यह पोस्ट भी वर्ष 2022 की समाप्ति पर ही आ जानी चाहिए …
वर्ष 2022: क्या पढ़ा, वर्ष 2023: क्या पढ़ने वाले हैं Read Moreजनवरी गुजर गया और फरवरी का दूसरा हफ्ता भी गुजरने वाला है और मैं सोचता ही रह गया। आजकल मेरे साथ ऐसा होता जा रहा है। जब बात ब्लॉग की …
2022 लेखा जोखा Read Moreतहकीकात का तीसरा अंक प्रकाशित हो चुका है। जब पत्रिकाएँ धीरे-धीरे बंद हो रही हैं और लोकप्रिय लेखन से जुड़ी पत्रिकाएँ समाप्त ही चुकी हैं ऐसे वक्त में नीलम जासूस …
अपडेट: तहकीकात का तीसरा अंक और एक और अनुवाद Read More