अगर आप blogger का इस्तेमाल करते हैं तो पोस्ट एडिटर के बगल में एक छोटा सा लेबल्स का बॉक्स आपको दिखता होगा। आखिर ये लेबल्स होते क्या हैं? label ऐसे शब्द या शब्दों के समूह होते हैं जो कि आपकी पोस्ट का विवरण देते हैं। उदाहरण के लिए चूँकि यह पोस्ट blogger के विषय में है और कुछ तकनीक के विषय में है तो इस पोस्ट के निम्न labels हो सकते हैं:
तकनीक, tech, blogger, label
यानी वह शब्द जो आपकी पोस्ट को परिभाषित करते हैं उन्हें आप लेबल्स में इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पूरी तरह आप पर निर्भर होता है कि आप कौन से लेबल अपनी ब्लॉग पोस्ट को दे रहे हैं। अगर ब्लॉग पोस्ट कई श्रेणियों में आती है तो आप उतने लेबल उसे दे सकते हैं। हाँ, यह ध्यान रखें कि ब्लॉगर में आप केवल 200 करैक्टर के लेबल्स ही दे सकते हैं। अगर सभी लेबल्स के अक्षर 200 से ऊपर होते हैं तो ब्लॉगर त्रुटि दर्शाता है। इसलिए एक पोस्ट के लिए आप अपने लेबल्स इस तरह से रखें कि 200 अक्षरों में आ जाएं।
लेबल्स का सबसे ज्यादा फायदा तब होता है जब आप अलग-अलग तरह की पोस्ट अपने ब्लॉग में करते हैं। उदाहरण के लिए मेरे ब्लॉग में यात्रा-वृत्तांत भी रहता है, तो तकनीक की कुछ पोस्ट भी रहती हैं, थोड़ी मेरी लिखी लघु-कथा भी रहती है , तो कुछ और भी चीजें रहती है। ऐसे में यह जरूरी नहीं कि एक पाठक को सब तरह की जानकारी में दिलचस्पी हो। blogger होने के नाते आपका कर्तव्य रहता है कि पाठक को उसके मतलब की जानकारी आसानी से दे सकें। ऐसे में लेबल्स बड़े काम आते हैं। इनसे आप अपनी पोस्ट को श्रेणीबद्ध कर सकते हैं और एक लिंक के माध्यम से यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उस तरह की हर पोस्ट तक पाठक पहुँच सके।
इस तरह का लिंक आसानी से बना सकते हैं। लिंक कुछ इस तरह दिखता है:
ब्लॉग-एड्रेस/search/label/लेबल-का-नाम
ऊपर दिये लिक में ब्लॉग एड्रेस आपके ब्लॉग का मुख्य एड्रेस होता है। search के माध्यम से आप ब्लॉग को यह निर्देश देते हैं कि आपको कुछ चीज ब्लॉग में ढूंढनी है। label यह दर्शाता है कि आपको label के हिसाब से सामग्री ढूंढनी है। और आखिर में लेबल-का-नाम वह label है जिसे आप अपनी ब्लॉग पोस्ट पर ढूँढना चाहते हैं। उदाहरण के लिए अगर मुझे अपनी ब्लॉग पर मौजूद सभी ‘तकनीक’ से जुड़ी पोस्ट का एक लिंक तैयार करना पड़े तो मेरा लिंक कुछ इस तरह दिखेगा:
duibaat.blogspot.com/search/label/तकनीक
इस लिंक पर जाकर मेरे ब्लॉग में मौजूद तकनीक से जुड़ी सभी posts को पाठक पढ़ सकता है। है न यह आसान तरीका?
ऐसे में आप एक श्रेणी की सभी पोस्ट को एक साथ पाठकों के साथ केवल एक लिंक के माध्यम साझा कर सकते हैं।
यह तो हुई लिंक बनाने की बात। लेकिन आप हर जगह लिंक साझा नहीं कर सकते हैं। आपको यह भी सुनिश्चित करना पड़ेगा कि अगर कोई व्यक्ति आपके ब्लॉग पर आये तो उसे श्रेणी बद्ध लिंक आराम से दिख जाएँ। इसके लिए blogger आपको दो सुविधा मुहैय्या करवाता है।
1.आप ब्लॉग लेआउट पर जाकर label नाम का एक गैजेट जोड़ सकते हैं। यह blogger का अपना गैजेट है जिसके माध्यम से आप अपने ब्लॉग पोस्ट में इस्तेमाल किये गये सभी लेबल्स की सूची ब्लॉग पर दर्शा सकते हैं। यह आप निम्न तरह से कर सकते हैं:
क)इसके लिए आपको blogger के लेआउट पर जाना होगा। उधर जाकर ऐड गैजेट पर क्लिक करना होगा।
ऐड गैजेट पर क्लिक करें |
ख)इधर आप जब जायेंगे तो आपको label नाम का गैजेट मिलेगा।
label नाम का गैजेट जोडें |
ग)एक फॉर्म आपके पास खुलेगा। आप अपने हिसाब से इसमें label से जुड़े विकल्प चुनकर इसे सेव करें।
घ) सेव करने के पश्चात आपको ब्लॉग पर लेबल्स कुछ निम्न तरह से दिखने लगेगें। आप इनकी जगह भी अपने हिसाब से लेआउट में बदल सकते हैं।
लेबल्स की सूची ब्लॉग पर आ जाएगी |
यह एक आसान तरीका है जिससे सारे लेबल्स ब्लॉग पर आ सकते हैं और पाठक अपनी पसंद के लेबल्स पर क्लिक करके उससे जुड़ी पोस्ट पढ़ सकते हैं। आपने कई ब्लोग्स पर इसे देखा भी होगा। परन्तु अगर मैं अपनी बात करूँ तो यह तरीका मुझे कभी पसंद नहीं आया। इससे ब्लॉग दिखने में सुंदर नहीं लगता है। कई बार blogger ऐसे लेबल्स वाले गैजेट को स्वतः ही ब्लॉग में दे देता है। तब भी मैं ब्लॉग से इस गैजेट को निकाल देता हूँ। एक साथ इतने लिंक देखने से भीड़-भाड़ का एहसास होता है और व्यक्तिगत तौर पर मुझे वो पसंद नहीं है। मैं चाहता हूँ ब्लॉग खुला खुला लगे।जब तक जरूरी न हो तब तक कुछ एक्स्ट्रा उसमें डाला न जाए। इसलिए मैं दूसरा तरीका अपनाता हूँ।
2. दूसरा तरीका यह है कि आप अपने ब्लॉग से जुड़े मुख्य लेबल्स को अपने ब्लॉग का टॉप मेनू लिंक बना सकते हैं। मुझे व्यक्तिगत तौर पर यह तरीका भाता है। एक तो यह सबसे ऊपर रहता है और पाठक की नज़रों के सामने रहता है। दूसरा यह दिखने में भी अच्छा लगता है। तीसरा आप यह नियंत्रित कर सकते हैं कि किन किन लेबल्स के लिए लिंक हो। आप नीचे देखें तो पाएंगे कि ब्लॉग पर मेनू बार बना हुआ है। इस मेनू बार के कुछ लिंक्स लेबल्स ही हैं। यह कैसे हुआ आइये जाने।
ब्लॉग का मेनू |
blogger एक बड़ा प्लेटफार्म है जो आपको पोस्ट के अलवा भी काफी सुविधायें देता है। blogger में आप पेज भी बना सकते हैं। blogger में पोस्ट और पेज लगभग एक तरह के होते हैं। एक फर्क उनमे यह होता है कि जब आप पोस्ट को प्रकाशित करते हैं तो वो स्वतः ही होम पेज पर आ जाती है परन्तु page के साथ ऐसा नहीं होता है। आप पृष्ठों के माध्यम से भी अपने ब्लॉग को organise कर सकते हैं। मैं खुद कुछ पृष्ठ बनाये हैं। उदाहरण के लिए मेरे ब्लॉग में निम्न पृष्ठ हैं:
लम्बी यात्रा वृत्तांत
हिन्दी अनुवाद
परिचय
आप इन पर जाकर देख सकते हैं कि मैंने इन्हें क्यों बनाया है। आपको आईडिया हो जायेगा। हाँ पृष्ठ की एक कमी यह होती है कि आपको इन पृष्ठों को उनसे जुड़ी हर नई पोस्ट के साथ अपडेट करना होता है। यानी उदाहरण के लिए मेरा लम्बी यात्रा वृत्तांत वाला पृष्ठ है। इधर मैंने अक्सर उन यात्राओं का लिंक डाला है जिनके विषय में एक से अधिक पोस्ट हैं। ऐसे में जब भी मैं ऐसी यात्राओं के पोस्ट डालूँगा मुझे उन्हें इधर अपडेट करना होगा। यह पृष्ठ स्टेटिक(जड़) रहते हैं।
यह काम कुछ श्रेणी की पोस्टस के लिए तो किया जा सकता है लेकिन कई बार यह काम थका देने वाला होता है। अगर आप रेगुलरली अलग अलग विषय में पोस्ट करते हैं तो हर विषय के लिए अलग पृष्ठ बनाना मुश्किल और वक्त खाऊ काम रहता है।
यहीं पर label और label को मेनू आइटम बनाने का का महत्व बढ़ता है। अब आप सोच रहे होंगे कि label और पेज का क्या रिश्ता है। इनका भी एक सम्बन्ध है। कैसे? यह हम आगे देखेंगे।
जिस प्रकार लेबल्स को दर्शाने के लिए blogger आपको गैजेट देता है उसी प्रकार आपके ब्लॉग में मौजूद पृष्ठों को दर्शाने के लिए भी blogger page नाम का एक गैजेट देता है। यह गैजेट ही आपको मेनू आइटम बनाने में मदद करता है। आपको बस निम्न काम करने हैं।
क) blogger के लेआउट में जाकर पेज वाला गैजेट ब्लॉग पर जोड़ें।
पेज गैजेट जोड़ें |
ख) अब आप उस गैजेट को खोलेंगे तो पायेंगे कि उसमें आपके बनाये गये पृष्ठ की सूची दिख रही है। इनमे से कौन से पृष्ठों को नहीं दर्शाना चाहते हैं उन्हें आप अनचेक करके निर्धारित कर सकते हैं।
पृष्ठ सूची |
ग) अब आप सोच रहे होंगे कि label से इधर लिंक कैसे बनेगा? है न? बड़ा आसान है। आप इमेज के एक लिंक देख रहे होंगे : बाहरी लिंक जोड़े। अगर आपने भाषा अंग्रेजी चुनी है तो इस लिंक का नाम add external link होगा। आपको बस इस पर क्लिक करना है।
घ) आप जब इस लिंक पर क्लिक करेंगे तो एक पॉप-अप बॉक्स खुलेगा। इस बॉक्स पर आप लिंक का नाम और लिंक डाल सकते हैं। उदाहरण के लिए मैंने लिंक का नाम ‘तकनीक‘ डाला है और लिंक के रूप में ‘duibaat.blogspot.com/search/label/तकनीक ‘।
external link जोड़ने के लिए खुला हुआ फॉर्म |
ड़) जब आप इसे सेव करेंगे तो कुछ इस तरह से ये लिंक्स की सूची में दिखने लगेगा। आप अब इसे ड्रैग और ड्राप करके यह निर्धारित कर सकते हैं कि सूची में किस जगह पर रहेगा। एक बार जगह निर्धारित कर दें तो इसे सेव कर लें।
जुड़ गया आपका label वाला लिंक |
च) गैजेट को आप मुख्य पोस्ट के ऊपर मौजूद जगह पर जोड़े जिस तरह मैंने जोड़ा है। और फिर इसका प्रीव्यू देख लें। आपका label वाला लिंक ब्लॉग पर आ जायेगा। अब आपका पाठक उस लिंक पर क्लिक करेगा तो उसको उस label के सारे पोस्ट एक साथ दिख जायेंगे।
ब्लॉग पर आ गया आपका लिंक |
आप ऐसे ही लिंक बनाकर अपने ब्लॉग का मेनू आइटम बना सकते हैं। इससे आपके ब्लॉग पर विचरण करने में पाठक को परेशानी नहीं होगी। हाँ, इस बात का आप ध्यान रखें कि मुख्य लेबल्स के ही लिंक आप बनाये। उदाहरण के लिए मैंने तकनीक नाम के label से लिंक बनाया है। लेकिन तकनीक के अन्दर भी कई विषय हो सकते हैं। कुछ ब्लॉग से जुड़े हैं, कुछ प्रोग्रामिंग से तो कुछ नेटवर्किंग या अन्य तकनीकी विषय से हो सकते है। ऐसी छोटी श्रेणी के लिए आप लिंक पोस्ट में दे सकते हैं। जैसे चूँकि यह पोस्ट blogger से जुड़ी है तो पोस्ट के अंत में मैंने blogger से जुड़ी पोस्ट का लिंक दिया है।
अगर आप सभी लेबल्स के लिंक बनायेंगे तो वो अच्छा नहीं दिखेगा। अगर आपको कई सारे लिंक एक साथ दर्शाने हैं तो उसके पेज का इस्तेमाल करें। जैसे मैंने किये हैं। उदाहरण के लिए मेरी लम्बी यात्रा वृत्तान्त वाला पेज है। उधर कई पोस्ट के लिंक एक साथ हैं।
तो यह कुछ तरीके हैं जिससे आप अपने ब्लॉग में मौजूद पोस्टस को श्रेणीबद्ध कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके ब्लॉग में आना वाला पाठक आसानी से आपके ब्लॉग संसार में विचर सके।
उम्मीद है यह पोस्ट आपके काम आएगी। आपको यह पोस्ट कैसी लगी? आप अपने विचारों से मुझे अवगत जरूर करवाईयेगा। अगर पोस्ट पसंद आई तो साझा करने से नहीं हिचकिचाईयेगा।
बहुत उपयोगी जानकारी ।
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 15/09/2018 की बुलेटिन, ध्यान की कला भी चोरी जैसी है “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है … सादर आभार !
उपयोगी जानकारी है। तकनीक के मामले में कच्ची हूँ, कोशिश करके देखूँगी।
शुक्रिया मैम।
हार्दिक आभार, शिवम जी।
कोशिश कीजियेगा मैम। अगर कुछ इशू आते हैं तो बताइयेगा। मैं सोल्व करने की कोशिश करूँगा।
Bahut hi uttam jankari bade saral shabdo me. Mai pareshan thi kaise apni blog post ko pages me jodu. Ab hal mil gya. Try krti hoo.aapki post ka back link lga sakti hoo apne blog pr. Aap bhi lagaye pr technique bhi bata de back link lagane ko kripaya. Kya mob. No. De sakte hai apna?
जी बेक लिंक से आपका आशय नहीं समझा। जैसे मैंने इस पोस्ट के अंत में एक लिंक दिया है आप वैसे ही अपने ब्लॉग पर मेरे पोस्ट का लिंक दे सकती हैं।
उपयोगी जानकारी
जी आभार….
जानकारी तो बहुत ही उपादेय है विकास जी । और आपने बड़ी व्यावहारिक बात भी कही है कि ब्लॉग की सुंदरता भी बनी रहनी चाहिए । आप जानते ही हैं कि मैं ब्लॉग के न दिखने की गंभीर समस्या का सामना कर रहा हूँ । मैंने लेबल काम में लेने तो आरम्भ कर दिए हैं । पर आपके बाकी सुझावों पर अमल की दिशा में भी काम करना है ।
जी सही कहा…..वेबसाइट पर निरंतर कार्य करना ही होता है..सामग्री जरूरी है लेकिन उसकी प्रेजेंटेशन भी काफी मायने रखती है…