बस तुम्हारे लिए
Image by Kerstin Riemer from Pixabay ये उम्मीद न रख मुझसे कि मैं लिखूँगा कोई प्रेम गीत जिसे गाऊँगा मैं सबके सामने अपने उन अहसासों को किसी महफ़िल में दूँगा …
बस तुम्हारे लिए Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
Image by Kerstin Riemer from Pixabay ये उम्मीद न रख मुझसे कि मैं लिखूँगा कोई प्रेम गीत जिसे गाऊँगा मैं सबके सामने अपने उन अहसासों को किसी महफ़िल में दूँगा …
बस तुम्हारे लिए Read MoreImage by Dariusz Sankowski from Pixabay प्रेम, होता है, फिर होता है, होता ही जाता है.. एक से दूसरे पर… फिर दूसरे से तीसरे पर होती आसक्ति, करती है से …
प्रेम Read MoreImage by Brian Merrill from Pixabay भीड़ है, भाड़ है, दौड़ है, भाग है, कितनी जल्दी है, कमाल है! कभी इधर, कभी उधर, कभी यहाँ कभी वहाँ आदमी बेहाल है, …
कमाल है!! Read MoreImage by Grae Dickason from Pixabay हम ढूँढते रहते है आपस में समानता, ताकि बँट सके फिर समूह में, कह सके किसी को अपना कह सके किसी को बेगाना कहते …
इनसान Read Moreडर हैकि वो न निगल जाए हमेंडर है कि वो न चबा जाये हमें न हथिया ले हमारी सम्प्पतिन मार दे वो हमारे जवानों कोन लूट ले हमारी बहु बेटियों …
डर Read Moreपिछली कड़ी में आपने पढ़ा: रीमा को इंस्पेक्टर यादव से बातें ज्ञात हुई। उसने भी यादव को अभी तक जो कुछ हुआ उसके बाबत निर्देश दिये। यादव से बात करके …
मच्छर मारेगा हाथी को – अ रीमा भारती फैन फिक्शन #8 Read MoreImage by vargazs from Pixabay गर्मी का मौसम आ चुका है और इसके साथ ही उत्तर भारत में ‘लू’ चलने लगी है। बचपन में जियोग्राफी के विषय में पढ़ा था …
लू लगना(ऊष्माघात): क्या है? इससे कैसे बचें? Read MoreImage by congerdesign from Pixabay मैं देखता हूँ अपने चारों तरफ तो पाता हूँ इनसान भूखे और प्यासे कुछ हैं जिन्हें है भूख रोटी की और मांगते हैं रोटी कुछ …
भूख और प्यास Read Moreपिछली कड़ी में आपने पढ़ा: सुनीता से मिलने एक व्यक्ति आता है। उस मुलाक़ात के बाद सुनीता को इस बात का विश्वास हो जाता है कि वह अब नहीं बच …
मच्छर मारेगा हाथी को – अ रीमा भारती फैन फिक्शन #7 Read More6) नोट: व्यक्तिगत कारणों के चलते इस बार इस कड़ी को प्रकाशित करने में एक दिन की देरी हो गई। इसके लिए मैं माफ़ी चाहता हूँ। मेरी पूरी कोशिश रहेगी …
मच्छर मारेगा हाथी को – अ रीमा भारती फैन फिक्शन #6 Read More