बुक लवर | लघु-कथा | विकास नैनवाल ‘अंजान’
कुछ देर के लिए फोन साइड में रखकर वह एक तरफ को बैठ गया। पर मन था कि फोन की तरफ ही लगातार जा रहा था। उसने अपना हाथ फोन …
बुक लवर | लघु-कथा | विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
कुछ देर के लिए फोन साइड में रखकर वह एक तरफ को बैठ गया। पर मन था कि फोन की तरफ ही लगातार जा रहा था। उसने अपना हाथ फोन …
बुक लवर | लघु-कथा | विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreयह कहानी 2021 में भावांकुर पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। कहानी के विषय में उस वक्त मैंने यहीं पर कहानी की कहानी: बारिश नामक लेख में लिखा था। हाल में …
बारिश – विकास नैनवाल ‘अंजान’ | कहानी Read More‘रैबार’ विकास नैनवाल द्वारा लिखी एक हिंदी कहानी है। कहानी में पारलौकिक तत्वों का प्रयोग किया गया है।
रैबार | कहानी | विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreहिंदी हाइकु के विषय में काफी जगह देखा और जो परिभाषा समक्ष आई उससे ज्ञात हुआ कि हिंदी हाइकु 17 अक्षरों और तीन पंक्तियों में लिखी जाने वाली कविता है। …
हाइकु #5 Read Moreरघुवीर जब चाय की टपरी पर पहुँचा तो उसकी पेशानी पर बल आए हुए थे। आखिर रघुबीर परेशान क्यों था? जानने के लिए पढ़िये लघु-कथा ‘सलाह’।
सलाह | लघु-कथा | विकास नैनवाल Read MoreImage by brigachtal from Pixabay कल (8/7/2023) घर से निकला तो बारिश होकर थमी थी। किसी काम से बाहर जाना पड़ा तो मन में कुछ पंक्तियाँ आ गईं। बहुत दिनों …
हाइकु #4 Read MoreI rarely write in English. I think this is my first peice in English in Duibaat and i hope it wouldn’t be the last. This short piece came as result …
The woman | Microfiction Read Moreगर्मियाँ शुरू हो चुकी हैं और इस वक्त बच्चों की छुट्टियाँ भी पड़ चुकी हैं। चूँकि ये छुट्टियाँ परीक्षाओं के बाद आती हैं तो एक अलग तरह का उत्साह बच्चों में देखने को मिलता है। अपने उन्हीं दिनों को याद करते हुए यह पंक्तियाँ लिखी हैं। उम्मीद है पसंद आएगी।
आई छुट्टी – आई छुट्टी | हिन्दी कविता | विकास नैनवाल ‘अंजान’ Read Moreएक छोटी सी कविता
मंजिल Read Moreअकेले हैं इधर, बुलाएँ हम किसको Image by Pam Patterson from Pixabay जी रहे हैं कैसे ये बताएँ हम किसको घाव अपने ये दिखाएँ हम किसको रात है काली, और दिखता कुछ …
अकेले हैं इधर, बुलाएँ हम किसको Read More