
कैसे कैसे विज्ञापन??
आजकल टीवी देखना बहुत कम हो गया है। अब मुश्किल से आधा घंटा ही टीवी देखता हूँ और इस कारण विज्ञापन कैसे हो चले हैं उनसे काफी कम परिचित हूँ। …
कैसे कैसे विज्ञापन?? Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
आजकल टीवी देखना बहुत कम हो गया है। अब मुश्किल से आधा घंटा ही टीवी देखता हूँ और इस कारण विज्ञापन कैसे हो चले हैं उनसे काफी कम परिचित हूँ। …
कैसे कैसे विज्ञापन?? Read Moreकई बार चीजें अपने आप ही हो जाती हैं। उदाहरण के लिए आज हुई घटना को ले लें। जब मैं ऑफिस से निकला था तो मेरे मन में सीधे कमरे …
रैंडम विचार १ Read Moreबचपन में हम सभी के बीच गोविंद कहरा जैसा दोस्त होता है। (अब आप पूछेंगे गोविंद कहरा कौन? तो इसके लिए आपको उदय प्रकाश जी की कहानी हत्या पढ़नी होगी।) …
गोविंद कहरा के बहाने Read Moreसाहित्यिक कृतियाँ सस्ते कागज़ पर छपती तो शायद पाठकों के लिए नहीं तरसती ऐसा मेरा मानना रहा है। हो सकता है मैं गलत हूँ। लेकिन इस पर विचार तो किया …
साहित्य और कीमत Read Moreकल मैं ऑटो में बैठा था तो मेरे हाथ में मन्नू भंडारी जी का उपन्यास स्वामी था। मैं उसके अंत के करीब पहुँच चुका था। उपन्यास छियानवे पृष्ठों का था …
चेतन और मैं Read Moreमैं ऐसी दुनिया में रहना चाहती हूँ जहाँ कोई गुरमेहर कौर अपने पिता की याद में ना रोये पिछले कई दिनों से डेल्ही यूनिवर्सिटी की एक छात्रा गुरमेहेर कौर की …
मैं ऐसी दुनिया में रहना चाहती हूँ जहाँ कोई गुरमेहर कौर अपने पिता की याद में ना रोये Read Moreहु डन इट का अगर अनुवाद करें तो तो इसका मतलब होगा ‘किसने किया’ और जो काफी हद तक सही भी होगा। हु डन इट जासूसी साहित्य का एक सब …
Whodunit?- a documentary on hindi pulp fiction Read Moreआज नौ नवम्बर है। आज ही के दिन आज से 16 साल पहले उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना हुई थी। अपनी स्थापना के वक्त उत्तरखण्ड ‘उत्तरांचल’ था और जिसे 1 जनवरी …
उत्तराखंड स्थापना दिवस Read Moreजब भी पौड़ी जाता हूँ तो अपने साथ दो तरह की किताबें ले जाता हूँ। एक वो जो पढ़ ली होती है क्योंकि पीजी में हूँ तो जगह की कमी …
चाय और किताबें Read Moreइस बार घर (पौड़ी गढ़वाल) गया तो दो दिन जॉगिंग के लिए भी गया। ये पहली बार नहीं है कि पौड़ी में जॉगिंग की हो लेकिन अगर हिसाब लगाऊँ तो …
पौड़ी में जॉगिंग Read More