बुक हॉल: परिवार वाली दीवाली और दीवाली की खरीद
इस बार दीवाली बहुत अच्छी मनी। इसके दो कारण थे। पहला कारण तो ये ही कि घर वाले सब साथ थे और दूसरा कारण कि काफी किताबें भी संग्रह में जुड़ीं।
बुक हॉल: परिवार वाली दीवाली और दीवाली की खरीद Read Moreकिस बात की जल्दी है तू ठहर जरा, बैठ चाय पीते हैं दो बातें करते हैं
इस बार दीवाली बहुत अच्छी मनी। इसके दो कारण थे। पहला कारण तो ये ही कि घर वाले सब साथ थे और दूसरा कारण कि काफी किताबें भी संग्रह में जुड़ीं।
बुक हॉल: परिवार वाली दीवाली और दीवाली की खरीद Read Moreलेखक वेद प्रकाश कांबोज लोकप्रिय साहित्य के मजबूत स्तम्भ थे। 6 नवंबर को उनका निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। अपने जीवन काल में उन्होंने 450 से ऊपर …
वेद प्रकाश कांबोज: सहज, सरल और शालीन Read Moreबारिश का मौसम चल रहा है। जबसे वर्क फ्रॉम होम चल रहा है तब से बारिश में कहीं आना जाना रुक गया है। बारिश होती है तो अक्सर घर पर ही रहते हैं। पर बारिश थमने के बाद जब निकलते हैं तो गुरुग्राम में तो गलियों और सड़कों में भरा पानी आपका इंतजार करता ही दिखता है। वर्क फ्रॉम होम में इस गलियों में भरे पानी से बचना मुश्किल है। दुकान में रोजमर्रे के जीवन से जुड़ी चीजों को लाते समय सच में बारिश से कोफ्त होती है और कभी कभी लगता है कि बारिश के साथ जो रूमानियत या खूबसूरती जुड़ी है क्या वो यहाँ रहते हुए खो सी गयी है।
पर जब भी ऐसा सोचता हूँ तो यादों के पिटारे से बारिश से जुड़ी कुछ ऐसी स्मृतियाँ निकल आती हैं जो मुस्कुराने पर विवश कर देती हैं। ऐसी यादें जिनको जीकर ज़िंदगी की खूबसूरती बढ़ गयी थी।
बारिश के मौसम से जुड़ी कुछ स्मृतियाँ Read Moreबचपन में जब पॉपआई को पालक खाकर ब्लूटो को मारते हुए देखता तो मन में ये आता था कि पॉपआई पालक की जगह गोभी, मटर, या बैंगन खा लेता तो …
संस्मरण: ‘इसको तो खाना नहीं दूँगा’ Read Moreयह कबकी बात है ये तो ठीक तरह से याद नहीं। मैं तो बब्बू भैया छोटे छोटे ही थे। मैं शायद चौथी पाँचवीं में रहा हूँ और भैया शायद दसवीं …
संस्मरण: प्याज की सब्जी और दो पपीते Read Moreकॉमिक बुक की बातें चली हैं तो पहली कॉमिक बुक खरीद की बात करनी भी बनती है। उन दिनों हमारे घर में सिलेब्स से इतर किताबें खरीदने के लिए …
मेरी पहली कॉमिक बुक खरीद Read Moreब्लॉगचेटर के A2 Z में मैं E तक बिना किसी गड़बड़ के पहुँच गया था। अब एक ऐसा लेख लिखना था जिसके शीर्षक में E हो। सच बताऊँ तो शीर्षक में …
Blogchatter A2Z 2024: E से एक अनोखी सजा Read Moreकई बार कुछ चीजें ऐसी हो जाती हैं कि आपको अपने बचपन की याद दिला देती हैं या उसके विषय में सोचने पर मजबूर कर देती हैं। अब हाल ही …
बसपन का प्यार थीं ये टॉफियाँ Read More‘दुबई गैंग’ लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक द्वारा रचित जीत सिंह शृंखला का बारहवाँ उपन्यास है। यह उपन्यास जल्द ही साहित्य विमर्श प्रकाशन द्वारा प्रकाशित होगा। पेश है जीत सिंह मेरी …
संस्मरण: मिलना जीत सिंह से Read Moreहाल में ही पौड़ी अपने गृह कस्बे जाना हुआ तो लेखक मनोहर चमोली से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। लेखक मनोहर चमोली गढ़वाल के जाने माने लेखक हैं और बाल …
एक मुलाकात लेखक मनोहर चमोली जी से Read More