मैं ऐसी दुनिया में रहना चाहती हूँ जहाँ कोई गुरमेहर कौर अपने पिता की याद में ना रोये |
पिछले कई दिनों से डेल्ही यूनिवर्सिटी की एक छात्रा गुरमेहेर कौर की तस्वीर को प्रचारित किया जा रहा है जिसमे वो पाकिस्तान को नहीं जंग को अपने पिता का कातिल घोषित करते हुए दिखती हैं। उसमे कई प्रतिक्रियाएँ लोगों ने दी। कईयों ने उसे गालियाँ दी और कईयों ने उसे सपोर्ट भी किया।
उस एक तस्वीर की इतनी विवेचना हो चुकी है , इतने लेख उस पर लिखे जा चुके हैं कि मुझे उसके विषय में आपको कुछ बताने की जरूरत नहीं है। आप इससे वाकिफ भी होंगे।
मैंने ये पोस्ट केवल इस कारण से लिखी है कि उस चार मिनट के पोस्ट में उस लड़की ने कई अन्य प्लाय्कार्ड्स को उठाया था। मैं चाहता हूँ बस आप उन्हें देखें और अपनी राय बनाये।
उस पूरे विडियो में 36 प्लेकार्ड थे जिनमे जो लिखा हुआ था उसकी सूची निम्न है:
1. नमस्ते
2.मेरा नाम गुर मेहर कौर है
3.मैं हिंदुस्तान के जलधर से हूँ
4.यह मेरे पिता कप्तान मंदीप सिंह है
5.१९९९ में हुई कारगिल लड़ाई में ये शहीद हो गये थे
6.उस वक्त मैं दो साल की थी और मेरे मन में उनकी बहुत कम यादें हैं
7.इस बात की यादें ज्यादा है कि पिता के न होने पर कैसा महसूस होता है
8.मुझे याद है कि मैं पाकिस्तान और पाकिस्तानियों से कितनी नफरत करती थी क्योंकि उन्होंने मेरे पिता को मार डाला था
9.मैं मुसलामानों से भी नफरत करती थी क्योंकि मुझे लगता था कि सारे मुसलमान पक्सितानी है
10.जब मैं छ साल की थी तब मैंने बुर्का पहनी एक औरत को चाकू मारने की कोशिश की
11.पता नहीं क्यूं मुझे ऐसा लगा कि वो मेरे पिता के मौत के लिए जिम्मेदार थी
12.मेरी माँ ने मुझे रोका और ये समझाया कि
13.मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं जंग ने मारा
14.मुझे समझने में थोड़ा वक्त लगा लेकिन आज मैं समझ गयी हूँ. मैंने नफरत को दिल से निकाल दिया है.
15.ये आसान नहीं था लेकिन मुश्किल भी नहीं
16.अगर मैं कर सकती हूँ तो आप भी कर सकते हैं
17.आज मैं भी एक सिपाही हूँ जैसे मेरे पिता थे
18.मैं हिंदुस्तान के बीच शान्ति बनाने के लिए लडती हूँ
19. क्योंकि अगर हमारे बीच लड़ाई नहीं होती तो मेरे पिता जिंदा होते
20.मैं ये विडियो बना रही हूँ ताकि दोनों देशों की सरकारें ढोंग करना बंद करें
21.और इस समस्या का हल निकाले
22.अगर दो विश्व युद्धों के बाद भी फ्रांस और जर्मनी दोस्त बन सकते हैं
23.अगर जापान और अमेरिका अपने अतीत को पीछे छोड़कर आगे बढ़ सकते हैं
24.तो हम क्यों नहीं
25.ज्यादातर आम हिन्दुस्तानी और पाकिस्तानी लड़ाई नहीं चाहते बल्कि शान्ति चाहते हैं . ये सच है.
26.मैं दोनों देशों के नेताओं की काबिलियत पे सवाल खड़े कर रही हूँ
27.हम एक घटिया नेत्रित्व के साथ एक बेहतरीन देश बनने का सपना नहीं देख सकते
28.अब वक्त है कुछ कर दिखाने का एक दूसरे से बात करके इस काम को पूरा कर दिखाने का
29.बहुत हो गया राजनीति द्वारा फैलाया आतंकवाद
30.बहुत हो गयी राजनीति द्वारा की गयी जासूसी
31.बहुत हो गयी राजनीति द्वारा फैलाई नफरत
32.सीमाओं के दोनों तरफ बहुत खून बह चुका है
33.बस अब और नहीं
34.मैं ऐसी दुनिया में रहना चाहती हूँ जहाँ कोई गुरमेहर कौर अपने पिता की याद में ना रोये
35.मैं अकेली नहीं हूँ. मेरे जैसे और भी हैं.
36. #profileforpeace
विडियो को आप इधर देख सकते हैं।
वीडियो की एक स्लाइड से आप भली भाँती परिचित होंगे लेकिन उसमे बाकी स्लाइड्स भी थी। उनमे से कुछ ये रही:
मैं हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच शान्ति के लिए लड़ती हूँ |
क्योंकि अगर हमारे बीच लड़ाई नहीं होती तो मेरे पिता जिंदा होते |
ज्यादातर आम हिन्दुस्तानी और पाकिस्तानी लड़ाई नहीं चाहते बल्कि शान्ति चाहते हैं . ये सच है. |
सीमाओं के दोनों तरफ बहुत खून बह चुका है |
बस अब और नहीं |
गुरमेहेर कौर ने ये विडियो बनाकर जो खूबसूरत और भला काम किया। और ऐसा नहीं है उसका असर नहीं हुआ। ये बात मुझे रवीश कुमार जी की पोस्ट से पता चली थी। गुरमेहेर के बेहतरीन वीडियो के रिस्पांस में एक पाकिस्तनी फ़याज़ खान साहब ने एक वीडियो बनाया था। आप उस खूबसूरत वीडियो को इधर देख सकते हैं।
इसमें स्लाइड्स थी जिसमे निम्न दर्ज था:
1. Hi Gurmehar kaur(हाई गुरमेहेर कौर)
2. I am fayaz khan from pakistan(मैं पाकिस्तान से फ़याज़ खान हूँ.)
3.When i first came to australia i was looking at indians the way i was told in school(जब मैं पहली बार ऑस्ट्रेलिया आया तो मैं भारतीयों को उसी नज़र से देखता था जैसे कि मुझे स्कूल में बताया गया था.)
4.Soon we were sharing food and classroom chairs with each other like close friends(जल्द ही हम घनिष्ट दोस्तों की तरह खाना और कक्षाओं की कुर्सियां साझा करने लगे )
5.We all feel sorry for you and your family for the loss of your dad in kargil war(हम सभी को जंग में तुम्हारे और तुम्हारे परिवार को हुई क्षति का दुःख है)
6. i have seen war and death very closely in my hometown(swat) and luckily didn’t(मैंने अपने कस्बे में जंग और मृत्यु देखी और खुशकिस्मती से )
7.lost any family member. But i am surrounded by thousands of Gurmeher kaur.(किसी परिवार वाले को उस में नहीं खोया। लेकिन मैं हजारों गुरमेहेर कौर से घिरा हुआ हूँ। )
8.I want to visit india without visa restrictions(मैं भारत बिना वीसा प्रतिबन्ध के आना चाहता हूँ )
9.Let us fight to end these restrictions through better understanding and education(चलो, अच्छी आपसी समझ और ज्ञान द्वारा इन प्रतिबंधों को हटाने के लिए लड़े। )
11.Let us fight for peace to save thousands of other across the border from suffering like Gurmehar Kaur(चलो, सीमा के पार शांति के लिए लड़े ताकि हम उन अनेकों गुरमेहेर कौर को बचा सकें। )
12.I cannot give you love of dad but you surely got a brother from dushman desh(मैं तुम्हे पिता का प्यार तो नहीं दे सकता लेकिन तुमने इस मुहीम के जरिये दुश्मन देश से एक भाई को जरूर पाया है। )
13. Let it be a worldwide unique relationship where brother is a muslim and sister is a sikh(चलो, एक अलग सा रिश्ता बनाये जहाँ भाई मुसलमान हो और बहन सिख हो। )
14.Let us change the word dushman desh to sibling desh(चलो इस दुश्मन शब्द को बदलें और दुश्मन देश से सहोदर देश बन जायें। )
15.#profileforpeace
अगर गुरमेहेर का एक विडियो एक भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है और उसे ऐसी बातें कहने की प्रेरणा दे सकता है तो हमे गुरमेहेर का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उसने ये पहल की। उसके विडियो ने वो किया जो नेता अब तक नहीं कर पाए। हमारे देश में ऐसी पहल करने वाली अनेक गुरमेहेरों की जरूरत है। और उन्हें दबाने की नहीं उभारने की ज़रूरत है।
बाकी आप समझदार है। विशेलेषण आप खुद कर सकते हैं।
हाँ लेकिन एक गुजारिश है जब मेरे पिता को जंग ने नहीं पाकिस्तान ने मारा वाला फोटो साझा करे तो उसके साथ उसी विडियो के बाकी स्लाइड्स को भी साझा करें। एक अच्छी और पवित्र पहल का अपने राजनीतिक प्रोपोगंडा को आगे बढाने के लिए दुष्प्रचार न करें। पूरे तथ्य लोगों के समक्ष रखें और उन्हें निर्णय लेने दे। ना कि बातों को तोड़ मरोड़कर पेश करें।