बुरा नहीं है
दर्द का होना,
दिलाता है यह
अहसास
के तुम ज़िंदा हो,
के है कुछ तो गलत,
के है सुधार की उम्मीद,
के काम करना है तुम्हे,
के बदल रहा है कुछ
बुरा नहीं है
दर्द का होना,
क्योंकि जब करोगे,
तुम इसके कारणों पर काम,
तो बनोगे तुम बेहतर,
इनसान,
बुरा नहीं है
दर्द का होना,
तो छुपाओ मत
इसे,
बस करो इसका
उपचार
© विकास नैनवाल ‘अंजान’
ब्लॉग बुलेटिन की दिनांक 18/02/2019 की बुलेटिन, " एयरमेल हुआ १०८ साल का – ब्लॉग बुलेटिन “ , में आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है … सादर आभार !
बुरा नहीं है
दर्द का होना,
क्योंकि जब करोगे,
तुम इसके कारणों पर काम,
तो बनोगे तुम बेहतर,
इनसान,
कमाल की सोच और उम्दा लेखनी …., अति सुन्दर !!
हार्दिक आभार,मैम।
बुलेटिन में मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए दिल से आभार शिवम जी।
आपकी लिखी रचना आज "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 13 फरवरी 2019 को साझा की गई है……… http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा….धन्यवाद!
मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार, मैम।
बहुत लाजवाब…
हार्दिक आभार मैम।
बढ़िया….
दर्द इंसान को इंसान होना करता है..दर्द तुम में उतर कर तुम्हे खुद के करीब लाता है ..
"कुछ दर्द अच्छे होते है"
☺️
बेहतरीन लेखन
जी हार्दिक आभार अरुण सर।
जी धन्यवाद सर।