हाइकु #3

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हिंदी हाइकु के विषय में काफी जगह देखा और जो परिभाषा समक्ष आई उससे ज्ञात हुआ कि हिंदी हाइकु 17 अक्षरों और तीन पंक्तियों में लिखी जाने वाली कविता है।  इसकी पहली पंक्ति में 5 अक्षर, दूसरी पंक्ति में 7 अक्षर और तीसरी पंक्ति में 5 अक्षर होते हैं। इसी परिभाषा को ध्यान में रखकर यह तीन हाइकु लिखने की कोशिश की है। तीनों अलग-अलग विषय पर हैं।  उम्मीद है आपको पसंद आएगी। 


अगर कहीं कोई सुधार की आवश्यकता आपको दिखती है तो कमेंट्स में उसका उल्लेख जरूर कीजिएगा। 


हिंदी हाइकु परिभाषा: हिंदी हाइकु विकिपीडिया , हिंदी हाइकु पोषमपा

1

हुई बरसात,

भीगा मैं औ’ भीगी वो

जला संसार 

2

डोर नेह की

होती बड़ी नाजुक

रखो सँजोके

3

मास्क नहीं है

न है दो गज दूरी

क्या मजबूरी?

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About विकास नैनवाल 'अंजान'

मैं एक लेखक और अनुवादक हूँ। फिलहाल हरियाणा के गुरुग्राम में रहत हूँ। मैं अधिकतर हिंदी में लिखता हूँ और अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद भी करता हूँ। मेरी पहली कहानी 'कुर्सीधार' उत्तरांचल पत्रिका में 2018 में प्रकाशित हुई थी। मैं मूलतः उत्तराखंड के पौड़ी नाम के कस्बे के रहने वाला हूँ। दुईबात इंटरनेट में मौजूद मेरा एक अपना छोटा सा कोना है जहाँ आप मेरी रचनाओं को पढ़ सकते हैं और मेरी प्रकाशित होने वाली रचनाओं के विषय में जान सकते हैं।

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