वर्ष 2021 में पढ़ी गयी रचनाओ का संक्षिप्त लेखा जोखा और वर्ष 2022 की पढ़ने को लेकर योजनाएँ

 

वर्ष 2021 खत्म हो चुका है और वर्ष 2022 शुरू हो चुका है। जो लोग मेरे ब्लॉग पर आते रहते हैं वह जानते हैं कि जीवन में मेरे दो ही शौक प्रमुख हैं। एक तो घूमना और दूसरा पढ़ना और मेरे ब्लॉग का ज्यादातर कंटेन्ट इन्हीं चीजों के इर्द गिर्द होता है। ऐसे में नए साल की शुरुआती हफ्ते में मैंने सोचा वर्ष 2021 का संक्षिप्त लेखा-जोखा लिख लिया जाये। साथ ही वर्ष 2022 की पढ़ने से जुड़ी योजनाओं के ऊपर भी बात की जाए:

वर्ष 2021 – पढ़ने के लिहाज से

पढ़ने के लिहाज से देखें तो वर्ष 2021 एक अच्छा साल रहा। इस वर्ष 139 के करीब रचनाएँ पढ़ीं। 

139 रचनाएँ संख्या के हिसाब से ज्यादा लग सकती हैं लेकिन जब आपको बताऊँ कि इन रचनाओं में 40 से ऊपर तो कॉमिक बुक्स ही थे तो यह संख्या इतनी बड़ी महसूस नहीं होती है। वर्ष 2021 में पढ़ी रचनाओं में उपन्यास, लघु-उपन्यास, उपन्यासिकाएँ, कहानियाँ, कहानी संग्रह और कॉमिक्स शामिल थे। हाँ, इनमें कथेतर साहित्य नगण्य था जिसे वर्ष 2022 में शामिल करने की पूरी योजना है।

भाषा के हिसाब से देखा जाए तो इन 139 रचनाओं में केवल 25 रचनाएँ ही अंग्रेजी की थीं और बाकी 114 रचनाएँ हिंदी की थी। वर्ष 2022 में इस अनुपात को सुधारने की भी कोशिश रहेगी। 

विधा के हिसाब से देखा जाए तो जो रचनाएँ पढ़ीं उनका वर्गीकरण निम्न होगा:

उपन्यास – 51 

लघु-उपन्यास – 9

लघु-उपन्यास संग्रह – 1 

उपन्यासिका –  9 

कहानी संग्रह –  8 

कहानी – 15

कॉमिक बुक – 45

संस्मरण – 1 

वर्ष 2021 में मेरे द्वारा पढ़ी गयी पुस्तकें निम्न लिंक पर माहवार दर्ज हैं। आप पुस्तकों के नाम पर क्लिक करके उनके विषय में मेरी राय जान सकते हैं:

2021 में पढ़ी गयी पुस्तकें

वहीं अक्सर महीने के अंत में या जब मूड हो तब मैं उस महीने पढ़ी गयी रचनाओं के ऊपर एक लेख लिखता हूँ जिसमें उस माह पढ़ी गयी रचना के ऊपर विचार रखता हूँ। यह लेख आप पढ़ना चाहें तो यह निम्न हैं:

  1. जून-जुलाई 2021 में पढ़ी रचनाएँ 
  2. अगस्त 2021 में पढ़ी रचनाएँ 
  3. सितंबर 2021 में पढ़ी रचनाएँ 
  4. अक्टूबर 2021 में पढ़ी रचनाएँ 
  5. नवंबर 2021 में पढ़ी रचनाएँ

अब साल गुजरने पर जब मैं ऊपर दर्ज संख्याओं को देखता हूँ तो मैं वर्ष 2021 में जितना कुछ पढ़ पाया उससे संतुष्ट हूँ। 

क्या यह बहुत ज्यादा था? शायद नहीं। 

क्योंकि जबसे मैंने किताबों के विषय में लिखना शुरू किया है तब से किताब पढ़ने की मेरी गति काफी कम हो गयी है। कई बार ऐसा होता है कि जितना वक्त किताब पढ़ने में लगता है उतना ही या उससे ज्यादा वक्त उस किताब के विषय में लिखने में लग जाता है और इस कारण आपकी किताब पढ़ने की गति में कमी आ जाती है। वहीं कई बार जब एक के बाद एक कई किताबें मैं पढ़ लेता हूँ तो ऐसे में काफी किताबों के विषय में लिखने से रह जाता है। वर्ष 2021 में ही बीस से ऊपर रचनाएँ ऐसी थी जिनके विषय में मैं लिख नहीं पाया। कुछ के विषयम में मैं हाल के आने वाले दिनों में लिख लूँ लेकिन बाकी ऐसी रचनाएँ हैं जिनके विषय में अब लिखना तभी संभव होगा जब मैं उन्हें दोबारा पढ़ूँगा। 

खैर, लिखने और न लिखने के बावजूद भी मैं यह जानता हूँ कि ऊपर जो संख्याएँ हैं वह औसत से काफी ऊपर हैं। कई बार लोगों को यह संख्या देखकर हैरानी होती है जबकि मैं जानता हूँ कि यह सब इतना कठिन भी नहीं है। 

हाँ, मैं इतनी कोशिश जरूर करता हूँ कि हर दिन कम से कम 40-50 पृष्ठ पढ़ लूँ। यह 40-50 पृष्ठ एक उपन्यास के भी हो सकते हैं। या फिर कभी कभी जब मैं उपन्यास और कहानी संग्रह एक साथ पढ़ता हूँ तो इन 40-50 पृष्ठों में से कुछ पृष्ठ उस कहानी संग्रह में मौजूद कहानी के भी हो सकते हैं। जो नियमित तौर पर पढ़ते हैं वह जानते हैं कि 40-50 पृष्ठ पढ़ना कोई बड़ी बात नहीं है। आप मुश्किल से पौने घंटे या एक घंटे में इतने पृष्ठ पढ़ सकते हैं। ऐसे में दिन में केवल एक घंटा पढ़ने के लिए निकालना कोई बड़ी बात नहीं है। इससे ज्यादा वक्त तो लोग फेसबुक इंस्टाग्राम पर रील्स देखते हुए बिता देते हैं। ऐसा नहीं है मैं रील्स नहीं देखता लेकिन वह सब इन 40-50 पृष्ठ को पढ़ने के अलावा करता हूँ। 

 

पढ़ने के शौक के अलावा जो चीज मुझे निरंतर पढ़ते रहने के लिए प्रेरित करती हैं वह रीडिंग चैलेंज हैं। मुझे लगता है अगर आप पढ़ना चाहते हैं और वक्त की या प्रेरणा की कमी के चलते पढ़ नहीं पा रहे हैं तो आपको प्रेरित करने के लिए यह रीडिंग चैलेंज काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।  

क्या हैं रीडिंग चैलेंज? 

रीडिंग चैलेंज पढ़ने से जुड़ा एक लक्ष्य होता है जिसे पाठक द्वारा या किसी और के द्वारा निर्धारित किया जाता है। एक वक्फे के अंदर आप किस तरह की और कितनी कृतियाँ पढ़ोगे यह रीडिंग चैलेंज में निर्धारित होता है और उस चैलेंज में भाग लेने वाले उस वक्फे में उस लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करते हैं।

 

कई लोग विषय आधारित रीडिंग चैलेंज लेते हैं, कई लोग लेखकों पर आधारित रीडिंग चैलेंज लेते हैं। इन रीडिंग चैलेंज को पूरा करने का वक्फा भी अलग अलग हो सकता है। मसलन एक तरह का रीडिंग चैलेंज ‘रीडाथन’ है जो कि मैराथन से बना है। इसमें इस चैलेंज में भाग लेने वाले व्यक्ति कुछ निश्चित घण्टों में ज्यादा से ज्यादा किताबें पढ़ने की कोशिश करते हैं। ये रीडाथन 12 घंटे से लेकर 24 घंटे तक होते हैं। वहीं कई लोग साल भर चलने वाले रीडिंग चैलेंज लेते हैं जैसे एक चैलेंज ट्रैवल इंडिया थ्रू रीडिंग चैलेंज था जिसके अंतर्गत भाग लेने वाले को पूरे साल भर में व्यक्ति भारत के अलग-अलग राज्यों से जुड़ी पुस्तकें पढ़ेगा। यानि की चूँकि भारत में 29 राज्य और 8 केंद्र शासित राज्य हैं तो उसे हर एक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के लिए एक किताब पढ़नी है। यानि अगर वह इस चैलेंज को पूरा करता है तो साल भर कम से कम 37 किताबें वह पढ़ लेगा।   

ऐसे ही अलग अलग तरह के रीडिंग चैलेंज अलग अलग वेबसाईट या ब्लॉग्स संचालित करते हैं और आप उसमें भाग ले सकते हो। 

क्यों लें रीडिंग चैलेंज?

  1. वैसे तो मेरा मानना है कि पढ़ना स्वांतः सुखाय कार्य है लेकिन यह भी सच है कि आदमी सामाजिक प्राणी है। कई बार पढ़ने का शौक रखने वाले ऐसे परिवार से आते हैं जहाँ उनको छोड़कर पढ़ने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे में वह एकाकी भी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में यह रीडिंग चैलेंज आपको अपने जैसे लोगों से जोड़ने का काम करते हैं। आप उपन्यास पढ़ते हैं, उनके बारे में विचार विमर्श करते हैं और इस तरह से आप एक समाज में होने का अहसास पाते हैं। 
  2. दौड़ती भागती जिंदगी में पढ़ना एक गौण कार्य हो गया है। मैं अक्सर कई लोगों से मिलता हूँ जो कि मुझसे कहते हैं कि वह पहले काफी पढ़ते थे लेकिन अब वह नहीं पढ़ते हैं। ये वो लोग होते हैं जो मोबाईल में विडिओ देखते हुए और व्हाट्सप्प में बेमतलब घंटों बिता देते हैं। अगर आप भी ऐसे लोगों में से हैं तो यह चैलेंज आपको एक तरह से पढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता है। आप उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पढ़ते हो और एक तरह का खेल सा ये हो जाता है जहाँ पढ़ना एकाकी चीज न रह कर एक सामूहिक चीज बन जाता है। आप सोचने लगते हो कि मोबाईल में विडिओ देखने के बजाय मैं कुछ पृष्ठ पढ़ सकता हूँ और ऐसे में अपने लक्ष्य के ज्यादा नजदीक पहुँच सकता हूँ। 
  3. रीडिंग चैलेंज लेने का एक फायदा यह भी है कि आप इसके कारण उस किताबों को भी पढ़ लेते हैं जिन्हें आप आम तौर पर नहीं पढ़ेंगे। मसलन अगर आप ट्रैवल इंडिया थ्रू रीडिंग चैलेंज में हिस्सा लेते हैं तो आप देश के अलग अलग राज्यों में बसी कहानियाँ पढ़ेंगे और ऐसे में कई ऐसे विषयों से गुजरेंगे जो कि देश के प्रति आपकी सोच और आपकी समझ को बढ़ाएगी। ऐसे ही अलग अलग तरह के रीडिंग चैलेंज लेकर आप अपने पढ़ने के दायरे को बढ़ा सकते हैं। 

वर्ष 2021 में मेरे द्वारा लिये गये चैलेंज

जब रीडिंग चैलेंज की बारी आती है तो मैं अक्सर संख्या आधारित रीडिंग चैलेंज ही लेता हूँ। वर्ष 2021 में मैंने गुडरीड्स और ब्लॉगचैटर का रीडिंग चैलेंज लिया था और उन्हें हासिल करने में सफल हुआ था। 

वर्ष 2022 की योजनाएँ

ये तो थी वर्ष 2021 की बातें। वर्ष 2022 में पढ़ने को लेकर मैंने एक निर्णय यह लिया है कि मैं एक तो कथेतर साहित्य अधिक पढ़ने की कोशिश करूंगा वहीं पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में अंग्रेजी की पुस्तकों की संख्या में वृद्धि करूँगा। 

वर्ष 2022 के रीडिंग चैलेंज

वर्ष 2021 की ही तरह मैंने वर्ष 2022 में भी रीडिंग चैलेंज लेने का फैसला किया है। इस वर्ष भी मैं 100 कृतियाँ पढ़ने की कोशिश करूँगा जिसमें उपन्यास, कहानियाँ, कहानी संग्रह, कॉमिक बुक्स, लघु-उपन्यास इत्यादि तो शामिल होंगे ही लेकिन मेरी कोशिश यह भी रहेगी कि मैं कथेतर साहित्य को भी ज्यादा से ज्यादा पढ़ूँ।

आप भी चाहें तो आप भी गुडरीड्स और ब्लॉगचैटर से जुड़कर इन रीडिंग चैलेंज में हिस्सा ले सकते हैं। क्या पता आपको भी कुछ पढ़ने की प्रेरणा मिल जाये।

 

ब्लॉगचैटर 2022 रीडिंग चैलेंज: tbrchallenge 2022 

गुडरीड्स 2022 रीडिंग चैलेंज

इनके अलावा कुछ थीम आधारित रीडिंग चैलेंज में भी मैं हिस्सा लेने की कोशिश करूँगा। वर्ष 2022 के अलग अलग लक्ष्यों के लिए मैंने निम्न पृष्ठ बनाया है जिसे मैंने समय समय पर अपडेट करता रहूँगा। 

2022 रीडिंग चैलेंज

वहीं वर्ष 2022 में जो पुस्तकें मैं पढ़ूँगा उन्हें निम्न पृष्ठ पर सूचीबद्ध करूँगा:

2022 reads

तो यह था वर्ष 2021 का संक्षिप्त लेखा जोखा और वर्ष 2022 में पढ़ने को लेकर बनी अब तक की मेरी योजनाएँ।

 

आपने 2021 में क्या पढ़ा था? क्या आप वर्ष 2022 में ज्यादा पढ़ने का इरादा रखते हैं? क्या आप किसी तरह के रोचक रीडिंग चैलेंज में हिस्सा ले रहे हैं? 

मुझे बताइएगा जरूर। 

I’m participating in the #TBRChallenge by Blogchatter

About विकास नैनवाल 'अंजान'

मैं एक लेखक और अनुवादक हूँ। फिलहाल हरियाणा के गुरुग्राम में रहत हूँ। मैं अधिकतर हिंदी में लिखता हूँ और अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद भी करता हूँ। मेरी पहली कहानी 'कुर्सीधार' उत्तरांचल पत्रिका में 2018 में प्रकाशित हुई थी। मैं मूलतः उत्तराखंड के पौड़ी नाम के कस्बे के रहने वाला हूँ। दुईबात इंटरनेट में मौजूद मेरा एक अपना छोटा सा कोना है जहाँ आप मेरी रचनाओं को पढ़ सकते हैं और मेरी प्रकाशित होने वाली रचनाओं के विषय में जान सकते हैं।

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