मिसएडवेंचर्स ऑफ़ तोताराम #१

मिस एडवेंचर्स ऑफ़ तोताराम

‘इलाइची मैं तुझे दुनिया तबाह नहीं करने दूँगा’- रस्सियों से जकड़ा तोताराम गुर्राया।

इलाइची ने अपने काले घने बालो को झटका और दुनिया भर की शोखी अपनी आवाज में घोलती हुई बोली- ‘मेरे प्यारे तोतू। दुनिया तबाह करने के लिये तो मेरी एक अदा ही काफी है।’

वो उतरी और बलखाती हुई बंधे हुए तोताराम के नज़दीक पहुँची। फिर उसके गालों को सहलाती हुई बोली, ‘तुम ये मिर्ची खाओ। ये दुनिया बचाना तुम्हारे बस की नहीं।’

तोताराम अपना सा मुँह लेकर रह गया और उस दिन को कोसने लगा जब उसके पिताजी मिट्ठूलाल ने उसका नाम ये रखा था।

#तोताराम_ब्रह्मांड_का_रक्षक

© विकास नैनवाल ‘अंजान’

About विकास नैनवाल 'अंजान'

मैं एक लेखक और अनुवादक हूँ। फिलहाल हरियाणा के गुरुग्राम में रहता हूँ। मैं अधिकतर हिंदी में लिखता हूँ और अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद भी करता हूँ। मेरी पहली कहानी 'कुर्सीधार' उत्तरांचल पत्रिका में 2018 में प्रकाशित हुई थी। मैं मूलतः उत्तराखंड के पौड़ी नाम के कस्बे के रहने वाला हूँ। दुईबात इंटरनेट में मौजूद मेरा एक अपना छोटा सा कोना है जहाँ आप मेरी रचनाओं को पढ़ सकते हैं और मेरी प्रकाशित होने वाली रचनाओं के विषय में जान सकते हैं।

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