मनुष्य से पहले: W से Wiwaxia

 

पिछली पोस्ट में हमने वुलकानोडोन नाम के एक डायनोसॉर के विषय में जाना था। इस पोस्ट में हम एक ऐसे जीव के विषय में जानेंगे जो कि समंदर में रहता था और बहुत ही छोटा हुआ करता था। तो आइये जानते हैं उस जीव के विषय में जिसे विवैक्सिया (Wiwaxia) कहा जाता है। 

क्या होते थे विवैक्सिया (Wiwaxia)?

विवैक्सिया का जीवाश्म, स्रोत: डायनोपीडिया 

विवैक्सिया (Wiwaxia) कोमल शरीर वाले जीव थे जिनका शरीर कार्बन के बने शल्क या काँटों से ढँका रहता था। यह छोटे आकार के जीव होते थे जो कि वयस्क होने पर लगभग 2 इंच लंबे होते थे। इन जीवों के बच्चों के कुछ जीवाश्म मिले हैं जो कि 2 मिलीमीटर लंबे ही थे। इनकी ऊंचाई कितनी होती थी इसे लेकर वैज्ञानिक संशय में ही हैं लेकिन फिर भी उनके अनुमान के मुताबिक यह 34 मिलीमीटर लंबे जीव की ऊंचाई दस मिलीमीटर तक हुआ करती रही होगी। 
ऐसा माना जाता है कि इनके शरीर पर मौजूद काँटे इन जीवों का शिकारियों से बचाव करने के काम आते रहे होंगे।इनके शरीर का निचला हिस्सा, जहाँ पर इनका मुँह भी होता था, ही ऐसी जगह थी जहाँ पर काँटे या शल्क नहीं बुया करते थे। 
चूँकि इनकी न आँखें मिली हैं और न ही कोई तन्तु (tentacle) ही मिला है तो ऐसा माना जाता है कि यह जीव सूंघने की शक्ति या स्वाद की मदद से अपना भोजन खोजता होगा या जीवित रहता होगा।  ऐसा माना जाता है कि यह जीव समूह के बनिस्पत अकेला रहना पसंद करता रहा होगा। 
ऐसा माना जाता है कि यह तैरने के बजाए समुद्रतल में रेंगा करते थे और कोशिश किया रहते थे कि यह शिकारियों की नज़रों से बचे रह सकें।
वैज्ञानिकों ने अब तक विवैक्सिया (Wiwaxia) की सैकड़ों प्रजातियाँ खोजी हैं लेकिन पूरा जीवाश्म कुछ ही प्रजातियों का मिल पाया है। ज़्यादातर प्रजातियों के काँटे ही वैज्ञानिक खोज पाये हैं। 
एक कलाकार की कल्पना में विवैक्सिया, स्रोत: डायनोपीडिया

कहाँ और कब पाये जाते थे विवैक्सिया (Wiwaxia)?

विवैक्सिया (Wiwaxia) आज से लगभग 55 करोड़ साल से 52 करोड़ साल पहले तक पाये जाते थे। वैसे तो यह जीव दुनिया भर में पाये जाते थे लेकिन कनाडा के बर्गेस शेल में इस प्रजाति के पूरे जीवाश्म मिले हैं। यह जीव समुद्र तल में पाया जाता था। 

क्या खाते थे विवैक्सिया (Wiwaxia)?

विवैक्सिया (Wiwaxia) शाकाहारी जीव होते थे जिसके विषय में वैज्ञानिकों का मानना है कि वह समुद्र तल में पाये जाने वाले कीचड़ (sludge) या माइक्रोबियल मैट (सूक्ष्मजीवों की एक बहुस्तरीय शीट) से अपनी खुराक लिया करता था। 

कब विलुप्त हुए विवैक्सिया (Wiwaxia)?

ऐसा माना जाता है कि कैम्ब्रियाई कल्प  जैसे जैसे आगे बढ़ा वैसे वैसे कैम्ब्रियन सब्सट्रेट क्रांति” या “एग्रोनोमिक क्रांति” हुई जिसके चलते समुद्र तल में ऐसे जीवों की संख्या बढ़ी जो कि माइक्रोबियल मैट के नीचे रहा करते थे। धीरे धीरे जब यह संख्या काफी बढ़ गई तो ऑक्सीजेन का स्तर बढ़ा और माइक्रोबियल मैट समाप्त होने लगे और इसी के साथ इन पर जीवित रहने वाले विवैक्सिया भी मरने लगे और आखिरकार विलुप्त हो गए। 
तो यह थी विवैक्सिया के विषय में कुछ संक्षिप्त जानकारी। उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। 
स्रोत:
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About विकास नैनवाल 'अंजान'

मैं एक लेखक और अनुवादक हूँ। फिलहाल हरियाणा के गुरुग्राम में रहत हूँ। मैं अधिकतर हिंदी में लिखता हूँ और अंग्रेजी पुस्तकों का हिंदी अनुवाद भी करता हूँ। मेरी पहली कहानी 'कुर्सीधार' उत्तरांचल पत्रिका में 2018 में प्रकाशित हुई थी। मैं मूलतः उत्तराखंड के पौड़ी नाम के कस्बे के रहने वाला हूँ। दुईबात इंटरनेट में मौजूद मेरा एक अपना छोटा सा कोना है जहाँ आप मेरी रचनाओं को पढ़ सकते हैं और मेरी प्रकाशित होने वाली रचनाओं के विषय में जान सकते हैं।

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5 Comments on “मनुष्य से पहले: W से Wiwaxia”

  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (29-04-2022) को चर्चा मंच       "दिनकर उगल  रहा है आग"  (चर्चा अंक-4415)       पर भी होगी!

    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    — 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'   
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